पेपर लीक का हजारीबाग कनेक्शन, जानिए आरोपी संजीव मुखिया के लिए क्यों सेफ जोन बना ये इलाका – Hazaribagh connection of paper leak know why this area became a safe zone for accused Sanjeev Mukhiya ntc – MASHAHER

ISLAM GAMAL23 June 2024Last Update :
पेपर लीक का हजारीबाग कनेक्शन, जानिए आरोपी संजीव मुखिया के लिए क्यों सेफ जोन बना ये इलाका – Hazaribagh connection of paper leak know why this area became a safe zone for accused Sanjeev Mukhiya ntc – MASHAHER


NEET-UG पेपर लीक मामले का आरोपी संजीव मुखिया ने झारखंड में कमजोर कड़ी को खोज लिया है?  क्योंकि पिछले दो पेपर लीक (NEET-UG, BPSC) मामलों का कनेक्शन झारखंड के हजारीबाग से जुड़ा है. बिहार EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था. साथ ही ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले थे. 

बुकलेट बॉक्स छेड़छाड़ के मिले सबूत

ईओयू सूत्रों की मानें तो हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट का पेपर लीक हुआ है, क्योंकि जांच टीम को बुकलेट बॉक्स से छेड़छाड़ के सबूत मिले हैं. साथ ही NEET पेपर लीक मामले में पुलिस को हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के चेयरमैन शब्बीर अहमद के शामिल होने की आशंका है.

स्कूल की भूमिका है संदिग्ध

नीट पेपर लीक मामले की जांच के दौरान EOU को ओएसिस स्कूल की भूमिका को संदिग्ध पाया है. ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक हैं जो CBSE के सिटी कोऑर्डिनेटर भी हैं. उनके पास चार जिले हजारीबाग, चतरा, कोडरमा और रामगढ़ के सेंटर आते हैं, जहां CBSE कई एग्जाम कंडक्ट कराती है. सीबीएसई के सिटी कोऑर्डिनेटर होने के नाते ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल के ऊपर बड़ी जवाबदेही है.

EOU की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को नीट पेपर लीक से जुड़ी पूरी रिपोर्ट सौंपी दी है. इस रिपोर्ट में 21 जून तक की जांच प्रगति की पूरी जानकारी रिपोर्ट में सबूतों और फैक्ट के साथ-साथ आरोपियों के इकबालिया बयानों का जिक्र है. इसके बाद शिक्षा मंत्रालय ने NTA पर एक्शन लेते हुए मामले की सीबीआई जांच का फैसला किया है.

हजारीबाग से ही लीक हुआ था BPSC का पेपर

वहीं, 15 मार्च को आयोजित हुई BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर भी हजारीबाग से लीक हुआ था. BPSC TRE3 परीक्षा के लगभग 268 अभ्यर्थियों को हजारीबाग के अलग–अलग हिस्सों में ले जाया गया था, जिसमें से 113 अभ्यर्थी नालंदा जिले के थे. 15 मार्च की परीक्षा के पहले रात में इन अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और जवाब याद करवाए गए थे. तब झारखंड पुलिस और बिहार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर अभ्यार्थियों और माफिया को धर दबोचा था.

NEET-UG का पेपर हजारीबाग से ही लीक कराए जाने की आशंका है. इस बार अभ्यर्थियों को पटना में रखा गया और पेपर लीक करा कर पटना मंगाया गया था. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी संजीव मुखिया गिरोह का हाथ था और NEET में भी यही गिरोह एक्टिव है. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया का बेटा डॉ. शिव जेल में है. BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले का आरोपी शिव को अपने 4 साथियों सहित 21 अप्रैल को उज्जैन से गिरफ्तार किया था. शिव का नाम 2017 में भी NEET पेपर लीक मामले में आया था और उसके खिलाफ पटना के पत्रकार नगर थाने में केस भी दर्ज हुआ था.

हजारीबाग से नालंदा तक सेफ जोन 

वहीं, EOU संजीव मुखिया गिरोह के काम करने के पैटर्न को ट्रैक कर जांच को आगे बढ़ा रही है. संजीव मुखिया गिरोह का बड़ा कनेक्शन हजारीबाग से है. हजारीबाग से बिहार की सीमा में गिरोह आसानी से एंट्री लेता है और यहीं से अपने गिरोह को ऑपरेट करता है. हजारीबाग से नालंदा तक के इलाके को संजीव मुखिया अपने सेफ जोन के तौर मानता है, उसका पूरा नेटवर्क नालंदा में एक्टिव है, क्योंकि वह नालंदा के नगरनौसा के पास शाहपुर बलवा का रहने वाला है.

कौन है संजीव मुखिया

अब नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस को संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लुटन की तलाश कर रही है. संजीव मुखिया का नाम, साल 2010 से कई एग्जाम के पेपर लीक मामले में आता रहा है. संजीव मुखिया पहले बिहार के सबसे बड़े शिक्षा माफिया रंजीत डॉन के साथ काम करता था, फिर उसने खुद अपना गैंग बना लिया. हाल ही में BPSC एग्जाम का पेपर संजीव मुखिया और उसके गैंग ने लीक करवाया था. संजीव का बेटा डॉक्टर शिव कुमार उर्फ बिट्टू बीपीएससी एग्जाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में है. बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया के पेपर लीक का गैंग का नेटवर्क बिहार के नालंदा से ऑपरेट करता है और नेटवर्क पूरे देश में फैलाहुआ है. संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी लोक जन शक्ति पार्टी के टिकट पर 2020 में चुनाव लड़ चुकी है, पहले मुखिया भी रह चुकी हैं.

19 आरोपी गिरफ्तार

बिहार ईओयू ने नीट पेपर लीक मामले में अब तक कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने 13 आरोपियों को बिहार और 6 को झारखंड से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने पेपर लीक करने के बाद उसका प्रिंट निकलवाकर अभ्यर्थियों तक पहुंचने वाले आरोपी पिंटू को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया था. पिंंटू ने बताया कि उसने चिंटू के कहने पर प्रिंट आउट निकाला था. पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया के नेटवर्क में पिंटू और चिंटू शामिल हैं. चिंटू को भी देवघर से गिरफ्तार किया गया है.


Source Agencies

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